
भूत-पिशाच और डायन से कैसे बचे ?
काले घने जंगल अमावस्या की डरावनी रात और भूत प्रेत डायन डाकनी का खौफ वैसे तो इन सब पर आज के समय के लोग बिल्कुल भी यकीन नहीं करते लेकिन आज के ही इसी 21वीं सदी के पैरानॉर्मल एक्टिविस्ट का कहना है कि इन्हीं अंधेरी रातों में नेगेटिव एनर्जीस एक्टिव हो जाती है और अपना शिकार ढूंढती है ये शक्तियां हम आप जैसे लोगों को लुभाती है और फिर इस कदर हमें अपने जाल में फंसा द है कि निकलने का कोई भी जरिया नहीं बचता अब सवाल यह उठता है कि क्या सच में भूत प्रेत पिशाच डायन हमारे आसपास रहते हैं अगर हां तो हमें दिखते क्यों नहीं कैसे वो हमें नुकसान पहुंचाते हैं और यह सब करके उन्हें क्या हासिल होता है

इसके साथ ही इनसे बचने के क्या उपाय होते हैं दोस्तों अगर इस दुनिया में भगवान है तो शैतान का होना भी तय है जिस तरह आंख बंद कर लेने से अंधेरा नहीं होता ठीक उसी तरह यह मान लेने से कि ऊपरी साया भूत प्रेत जैसी कोई भी चीज नहीं होती हकीकत बदल नहीं जाती गीता में भी श्री कृष्ण ने कहा है कि जहां अच्छाई होगी वहां बुराई का होना भी तय है वहीं अगर आप भूतों पर विश्वास रखते हैं तो यकीन मानिए कि ऐसा करने वाले आप इकलौते नहीं है सिर्फ इंडिया में ही नहीं बल्कि कई देश और धर्म हैं जिनमें लोग आत्माओं और मृत्यु के बाद की दूसरी दुनिया में रहने वाले लोगों पर भरोसा करते हैं
असल में भूतों पर विश्वास दुनिया में सबसे ज्यादा मानी जाने वाली पैरानॉर्मल एक्टिविटी है हर दिन हजारों लोग भूतों की कहानियां पढ़ते हैं फिल्में बनती हैं उन्हें देखते हैं यह सिर्फ मनोरंजन नहीं बल्कि इसके ऊपर का मामला है 2019 में पसोस के सर्वे में यह बात सामने आई कि 46 प्र अमेरिकन भूतों पर भरोसा करते हैं बहुत से लोग पैरानॉर्मल बातों पर भरोसा करते हैं वहीं कई मृत्यु के नजदीक जाकर वापस आने के अनुभवों को शेयर करते हैं और कई मौत के बाद की जिंदगी को मानते हैं इसके साथ ही आत्माओं से बातचीत भी करते हैं भूतों और आत्माओं पर रिसर्च करने के लिए 18826 की एंडिंग में भूतों पर काफी रिसर्च और काम किया गया लेकिन बाद में पता चला कि इसका मुख्य जांचकर्ता हैरी डिनी एक फ्रॉड है असल में साइंटिफिकली भूतों पर रिसर्च इसलिए मुश्किल हो जाती है क्योंकि हैरत अंगेज तरीके से इन्हें लेकर अजीब गरीब और कुछ अनबिलीवर्स का खुद खुलना या बंद होना चाबी का गायब हो जाना किसी मृत रिश्तेदार का दिखना सड़क पर परछाइयों का घूमना साइकोलॉजिस्ट डेनिस एंड मिशेल वा स्कूल ने 2016 में एक घोस्टली एनकाउंटर्स द हंटिंग्सक्यूब किसी ऊपरी शक्ति को महसूस किया अब इस बुक के आने से कई रहस्यों से पर्दा अपने आप उठ गया असल में बहुत से लोग इस बात को लेकर शोर नहीं थे कि उन्होंने सच में भूत ही देखा है या नहीं क्योंकि जिस तरह की चीजें उन्होंने देखी वो भूत की इमेज से मिलती नहीं है ज्यादातर लोगों ने कहा है कि उन्होंने ऐसी चीजें और घटनाएं महसूस की हैं
जिन्हें किसी को बताना या कहानी के तौर पर समझाना मुमकिन नहीं उन्होंने कुछ डरावना देखा इतना डरावना कि फिर से उस मंजर को याद करना रूह कपाने के बराबर था लेकिन उसमें खास बात ये थी कि इनमें भूतों की इमेज नहीं दिखी वहीं आपको बता दें कि जिन लोगों की हत्या हो जाती है कई बार उनकी आत्माएं बदला लेने के लिए किसी को मीडियम बनाकर मामले की जांच करवाती है और हत्यारे की पहचान करवाती है लेकिन यह सच है या नहीं इस पर सवाल बने हुए हैं क्योंकि भूतों को लेकर कोई तार्किक वजह नहीं है अच्छा भूतों को पकड़ने या मारने वाले यानी घोस्ट हंटर्स अलग-अलग तरीके अपनाते हैं ताकि भूतों आत्माओं की की मौजूदगी का पता कर सके जिसमें ज्यादातर तरीके वैज्ञानिक होते हैं और यह करने के लिए वो कई अलग-अलग तरह की मशीनों की मदद लेते हैं वहीं घोस्ट हंटर्स से हटकर भी कई बाबा और तांत्रिक होते हैं जो बुरी आत्मा के वश से लोगों को आजाद करते हैं अब यहां सवाल यह उठता है
कि भूत किन लोगों को अपने वश में करते हैं दरअसल सबसे पहले जो जानने वाली बात है वो यह कि भूत प्रेत पिशाच और चुड़ैल से भी ज्यादा खतरनाक ब्रह्म राक्षस होते हैं एक बार इंसान के शरीर में घुस गए तो जल्दी बाहर नहीं निकलते इन्हें ही लोग जिन्न भी कहते हैं हालांकि कुछ जिन्न फायदा भी पहुंचाते हैं लेकिन आखिर में ये उसकी जान ले भी लेते हैं अक्सर कहा जाता है कि भूत प्रेत शमशान में रहते हैं लेकिन शमशान के अलावा इनका सबसे बड़ा ठिकाना इंसानों का शरीर भी होता है जो लोग सड़क दुर्घटना आत्महत्या या फिर किसी भी तरह की असंतुष्ट की वजह से मरते हैं और फिर उनका स्वाद और र्पण नियम के मुताबिक नहीं होता तो वह भूत बन जाते हैं आपने अक्सर सुना होगा कि बेर के पेड़ के आसपास या फिर रात में इत्र लगाकर किसी भी महिला या पुरुष को नहीं जाना चाहिए क्योंकि भूत प्रेत पीछे पड़ जाते हैं ऐसा कहा जाता है कि जो लोग मन में काम वासना की इच्छा दबाई ही दुनिया को अलविदा कह देते हैं
वो फिर सुंदर स्त्री या पुरुष देखकर उनके ऊपर चिपक जाते हैं उनके शरीर में प्रवेश कर जाते हैं हालांकि सवाल यह है कि भूत प्रेत किन लोगों को पकड़ते हैं शास्त्र के मुताबिक जो लोग बुरे कर्म करते हैं हमेशा शराब और मांस का सेवन करते हैं दिन रात संभोग या दूसरों के स्त्री पुरुष के बारे में सोचते रहते हैं गलत कामों में लगे रहते हैं उन्हें भूत आसानी से अपना शिकार बनाते हैं इसके अलावा जो लोग शारीरिक रूप से कमजोर होते हैं जिनकी मानसिक स्थिति भी ठीक नहीं होती उनके ऊपर भी भूत प्रेत का साया चढ़ने लगता है कुंडली देखकर भाग्य बताने वाले विद्वान पंडित कहते हैं कि अगर राहु लग्न भाव अष्टम भाव में हो तो वैसे व्यक्ति को ऐसा लगता है
कि कोई ना कोई भूत उसका पीछा कर रहा है या फिर उसके सपने में भूत होता है इसके अलावा राक्षस गण के लोगों को भूत का एहसास जल्दी होता है हिंदू धर्म में रात में धार्मिक अनुष्ठान नहीं किए जाते ऐसा करने वाले लोगों पर भी भूतों का साया होता है यह सब देखने के बाद भी अगर आपको यह पता नहीं लग रहा है कि आप भूत पीड़ा से ग्रसित हैं या नहीं तो आपको फिर यह देखना होगा कि उसके लक्षण क्या है अगर आंखें लाल हो शरीर में कपकपी हो रही हो और उसके अंदर एक से ज्यादा व्यक्तियों की ताकत आ गई हो तो समझिए कि उसके अंदर कोई ना कोई नकारात्मक शक्ति है इसके अलावा अगर कोई गंदा रहने लगे नाली का पानी पीने लगे मलम खाने लगे और शरीर से उसके बदबू आने लगे तो यह इस बात का संकेत है कि उसके शरीर में पिशाच का वास है ठीक इसी तरह जो महिलाएं हमेशा दर्द से चिल्ला रही हो उन्हें लग रहा हो कि किसी ने उनके शरीर को जकड़ रखा है तो वो महिलाएं शंकिनी पीड़ा से ग्रस्त होती आजकल के जमाने में लोग इन बातों को नहीं मानते लोगों को लगता है कि कि भूत प्रेत जैसा कुछ होता ही नहीं लेकिन अथर्व वेद के मुताबिक संसार में नकारात्मक और सकारात्मक दोनों तरह की शक्तियां होती हैं
नकारात्मक शक्तियां जब हावी होने लगती है तो उन्हें ही भूत प्रेत कहा जाता है भूत प्रेत आपको भौतिक रूप से दिखते नहीं लेकिन जब वो किसी इंसान को परेशान करते हैं और एक हद तक जान के पीछे पड़ जाते हैं तब समझ में आता है कि ये तो कोई खतरनाक बीमारी हो गई आप डॉक्टर के पास जाते हैं वहां उसका इलाज नहीं मिल पाता क्योंकि इसका इलाज तो किसी सिद्ध तांत्रिक के पास होता है ऐसा नहीं है कि सभी तांत्रिक गलत या सही होते हैं लेकिन जिसे जिस विद्या की जानकारी होगी वही तो उसका इलाज करवाएगा कहा जाता है कि भूत अगर चाह ले तो वो इंसान से कुछ भी करवा सकता है उसके अंदर बड़े से बड़े पेड़ को उखाड़ फेंकने बड़े से बड़े गाड़ी को पलट देने और किसी को भी मार देने की शक्ति होती है लेकिन मृत्यु की तिथि तो पहले से निर्धारित है इसीलिए भूत आपको सिर्फ परेशान करता है आपके दिमाग पर कंट्रोल करता है उसे अपने हिसाब से चलाने की कोशिश करता है और अगर आप वैसा नहीं करते तो फिर आपको वो कष्ट नहीं है हर धर्म में ऐसा कहा गया है कि रात 12 बजे के बाद शमशान घाट और कब्रिस्तान में भूतों का जमावड़ा लगता है वह रात को बैठकर आपस में तय करते हैं कि उन्हें आज किसकी यहां जाना है
और कहां किसे अपना शिकार बनाना है जो व्यक्ति शुद्धता से भगवान की भक्ति में रहता है हनुमान जी की आराधना करता है उसके नजदीक भूत प्रेत भटकते भी नहीं लेकिन जो व्यक्ति गंदगी लगाए रहता है हमेशा दूस दूसर का बुरा सोचता है कि भूत प्रेत उसे ही सबसे पहले निशाना बनाता है इसीलिए अगली बार से अगर दिमाग में सवाल उठे कि भूत प्रेत होते हैं या नहीं वो किन लोगों को पकड़ते हैं तो आप इसे सुन लीजिए ताकि समझ में आ जाए कि भूत प्रेत जैसी नकारात्मक शक्तियों की वजह से इस संसार में कैसे-कैसे अचंभे हो रहे हैं क्योंकि भूत अपनी बात मनवाने के लिए किसी भी हद तक जा सकता है इसीलिए अपनी जिंदगी में सावधान और सतर्क रहने की जरूरत है देर रात कभी भी ऐसी जगह ना जाए जहां नकारात्मक ऊर्जा के होने की आशंका है वरना आपके ऊपर बड़ा खतरा हो सकता है अब सवाल उठता है कि बाबा और तांत्रिकों से हटकर कैसे कोई इंसान भूतों या ऊपरी साया से बच सकता है कुल मिलाकर भूत प्रेत और ऊपरी चक्कर से बचने के आसान उपाय कौन से हैं इन सभी सवालों के जवाब हमें चरक संहिता में मिलते हैं इसमें भूतों प्रेत बाधाओं और उनसे प्रभावित लोगों के लक्षणों का जिक्र किया गया है
और तो और इसमें प्रेत बाधा से छुटकारा पाने के लिए भी उपाय बताया गया चरक संहिता में बताया गया है कि अगर ओम या रुद्राक्ष का अभिमंत्रित लॉकेट कोई पहनता है या फिर घर के बाहर दरवाजे पर ओम लिखा त्रिशूल का प्रतीक लगता है तो उसके परिवार या उसके आसपास भी भूत नहीं आते वहीं दीपावली के दिन सरसों का तेल या शुद्ध घी का दिया जलाकर काजल बनाए फिर इसे अपनी आंखों पर लगाए इस काजल से भूत पिशाच और बरी नजर से रक्षा होती है और तो और प्रेत बाधा दूर करने के लिए फूल वाले चिड़चिड़ी का पौधा जमीन पर ऐसे दबाएं कि जड़ वाला भाग ऊपर रहे और पूरा पौधा जमीन में दब जाए इस उपाय से घर में भूत प्रेत नहीं आते और घर में सुख शांति रहती है इसके साथ ही गणेश भगवान को एक साबुत सुपारी रोज चढ़ाएं और एक कटोरी चावल दान करें माना जाता है कि इससे आपका घर भूत प्रेतों से मुक्त हो जाएगा अच्छा दोस्तों कभी आपने सोचा है कि कौन सी गलतियों की वजह से घर में भूत प्रेत का वास होता है असल में ऐसा माना गया है कि जिस घर में हमेशा गंदे कपड़ों का अंबार पड़ा रहता है या जिस घर में साफ सफाई नहीं होती उस घर में वहां पर बुरी शक्तियां या यूं कहे नकारात्मक शक्तियां बढ़ने लगती है
वहीं अगर आपके घर में कोई मिठाई देकर जाता है तो उसे जल्दी खा ले क्योंकि उसे हाथ में लेकर घूमना या फिर किसी सुनसान गली में हाथों में मिठाई लेकर गुजरने से भी पूरी शक्तियां पीछे पड़ जाती है और तो और बहुत से लोगों को जानवरों को पालने का शौक होता है जिसमें से कुछ लोग बिल्लियां पालना पसंद करते हैं लेकिन उन लोगों के लिए जानना बहुत जरू जरूरी है कि बिल्लियों में काली शक्ति ज्यादा सक्रिय होती है अब आप इस सोच में पड़ गए होंगे कि इन बुरी शक्तियों की घर में मौजूदगी का आप कैसे पता लगा सकते हैं तो आपको बता दें कि इसके भी कई रास्ते हैं जैसे कि अचानक से आपको गंदी बदबू आने लगे और आपको मालूम भी नहीं चलेगा कि यह बदबू कहां से आ रही है फिर थोड़ी देर बाद यह बदबू खुद से गायब भी हो जाएगी तो यह आपके घर में बरी शक्तियों की और संकेत देता है और अगर आपको कभी ऐसा लगता हो कि आप किसी उत्पीड़न से गुजर रहे हैं परवा वात में आपको ऐसा कोई दर्द हुआ ही नहीं या फिर ऐसे लगे कि जैसे कोई आपको घूर घूर कर देख रहा है या आपकी नींद अचानक ही किसी आवाज से खुल जाती है आपको अचानक
घर में रहना डरावना सा लगने लगता है या फिर आप लगातार बीमार पड़ रहे हैं
या घर में कोई ना कोई बीमार रहता है तो यह भी घर में नकारात्मक ऊर्जा के वास को दर्शाता है इसके अलावा और भी कारण है जैसे घर में किसी चीज का गायब हो जाना और फिर वापस मिल जाना घर में अपरिचित चीजों का मिलना घर की दीवारों पर अजीब से चिन्ह उखड़ना खरोच या भयानक चेहरे का उभरना अजीब अजीब सी आवाजें सुनाई देना जैसे दरवाजा खुलने बंद होने या दरवाजा पीटने की आवाजें किसी के चलने की आवाजें या किसी के हंसने की आवाजें मोबाइल या फोन का काम नहीं करना अचानक बत्तियां का बार-बार जलना बंद होना लाइट आते हुए भी बल्ब का काम ना करना तुलसी या फूल का मुर्झा जाना अगर आपके साथ ऐसा है
तो डरे नहीं आप कुछ प्राकृतिक तरीके अपनाकर इन परेशानियों को दूर कर सकते हैं जिनमें से एक पुराना उपाय है सजेस्ट इससे सारी भूत प्रेत और नकारात्मक शक्तियों का खात्मा हो जाएगा इसके लिए घर को अच्छे से साफ करने के पश्चात नहा धोकर साफ कपड़ा पहने घर के बीचोबीच एक कटोरी में नमक भर कर रख दें इसके बाद एक सेजे स्टिक को जलाएं और कोशिश करें कि इससे होने वाले धुए को एक-एक करके घर के कोने-कोने तक लेकर जाएं ताकि हर कोने से सकारात्मक ऊर्जा खत्म हो जाए इससे पैदा होने वाली सुगंधित हवाएं घर की नकारात्मक ऊर्जा को को खत्म कर देती है इसके साथ ही इसकी खुशबू घर में सकारात्मक ऊर्जा लेकर आती है लेकिन एक बात का खास ख्याल रखें कि यह उपाय करते समय घर की खिड़कियां और दरवाजे बंद रखें और एक बार में कम मात्रा में ही जड़ी बूटियां जलाएं ताकि घर के भीतर अधिक धुआं ना हो इसके अलावा नमक का पानी भी नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने में काफी कारगर है माना जाता है कि नमक में नकारात्मक ऊर्जा और सूक्ष्म कीटाणुओं को खत्म करने की ताकत होती है इसीलिए घर में पोंछा लगाते समय समुंद्री नमक का इस्तेमाल करना चाहिए समुद्री नमक ना हो तो आप सामान्य नमक भी इस्तेमाल कर सकते हैं इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा भी आती है इसके अलावा नकारात्मक ऊर्जा को दूर भगाने के लिए एक कांच के गिलास में पानी लें और उसमें एक नींबू डाल दें अब इस गिलास को घर की उत्तर दिशा में रख दें और ध्यान रखें कि ये पानी हर शनिवार नियम पूर्वक बदले
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Jogendra Singh
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