शिव भक्ति सबको प्राप्त क्यों ? नहीं होती || यही शीर्षक है नोचे जातस्य वै फल्य काश हानि रिति परा अर्थात जीवन की विफलता से बड़ी और क्या हानि होगी दुर्लभ मनुष्य तन पा कर के भी हम उसकी महत्ता को वास्तविकता […]
शिव भक्ति सबको प्राप्त क्यों ? नहीं होती || यही शीर्षक है नोचे जातस्य वै फल्य काश हानि रिति परा अर्थात जीवन की विफलता से बड़ी और क्या हानि होगी दुर्लभ मनुष्य तन पा कर के भी हम उसकी महत्ता को वास्तविकता […]